कश्‍मीर डायरी : शंकराचार्य पर्वत को उमर अब्दुल्ला की पार्टी ने बताया तख्त-ए-सुलेमान, जानिए कश्‍मीर में ये क्‍या चुनावी घमासान

Kashmir Diary Nachrichten

कश्‍मीर डायरी : शंकराचार्य पर्वत को उमर अब्दुल्ला की पार्टी ने बताया तख्त-ए-सुलेमान, जानिए कश्‍मीर में ये क्‍या चुनावी घमासान
Takht-E-SulaimanShankaracharya MountainJammu Kashmir Election
  • 📰 NDTV India
  • ⏱ Reading Time:
  • 25 sec. here
  • 10 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 41%
  • Publisher: 63%

शंकराचार्य मंदिर के साथ कई कहानियां और इतिहास जुड़ा हुआ है. यह मंदिर कश्मीर के सबसे पुराने मंदिरों में से एक माना जाता है. यह ज़बरवान पर्वतमाला पर पहाड़ी की चोटी पर स्थित है.

Kashmir Diary माना जाता है की शंकर भगवान अक्सर ऊंची पहाड़ियों पर बस्ते हैं. श्रीनगर शहर के बीचों-बीच में भी बसा है, उनका एक निवास स्थान- शंकराचार्य मंदिर. लेकिन क्या आप जानते हैं कि शंकराचार्य मंदिर श्रीनगर जिले में तख्त-ए-सुलेमान नामक पहाड़ी पर स्थित है. यह पहाड़ी की चोटी पर मुख्य शहर की सतह से 1100 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. कश्मीर में शंकराचार्य मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसे कश्मीर घाटी में पूजा के लिए सबसे पुराना मंदिर माना जाता है.

हम धर्म की राजनीति नहीं करते हैं और न ही कभी करेंगे. हम सभी धर्म को साथ लेकर चलते हैं. हमने हमेशा कश्मीरी पंडितों की वापसी की सबसे ज्यादा कोशिश की है.'शंकराचार्य मंदिर का इतिहास  वैसे ये मंदिर न सिर्फ़ धर्म, बल्कि एक आर्किटेक्चरल मार्वल के रूप में भी इसकी अलग ही पहचान है. कुछ बुजुर्गों का कहना है कि यह मंदिर ज्येष्ठेश्वर मंदिर के रूप में भी जाना जाता है.माना ये जाता है कि राजा गोपादत्य ने 371 ईसा पहले में मंदिर को बनाया था, इसे गोपाद्री नाम दिया था.

Wir haben diese Nachrichten zusammengefasst, damit Sie sie schnell lesen können. Wenn Sie sich für die Nachrichten interessieren, können Sie den vollständigen Text hier lesen. Weiterlesen:

NDTV India /  🏆 6. in İN

Takht-E-Sulaiman Shankaracharya Mountain Jammu Kashmir Election Shiva Temple शंकराचार्य पर्वत तख्त-ए-सुलेमान जम्‍मू-कश्‍मीर चुनाव Assemblyelection2024

Deutschland Neuesten Nachrichten, Deutschland Schlagzeilen

Similar News:Sie können auch ähnliche Nachrichten wie diese lesen, die wir aus anderen Nachrichtenquellen gesammelt haben.

जम्‍मू-कश्‍मीर विधानसभा के लिए मतदान के बाद क्‍या होना चाहिए पहला कदम?, उमर अब्‍दुल्‍ला ने बतायाजम्‍मू-कश्‍मीर विधानसभा के लिए मतदान के बाद क्‍या होना चाहिए पहला कदम?, उमर अब्‍दुल्‍ला ने बतायाजम्‍मू-कश्‍मीर विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा हो गई है. नेशनल कॉन्‍फ्रेंस के नेता उमर अब्‍दुल्‍ला ने बताया है कि नई विधानसभा का चुनाव के बाद पहला कदम क्‍या होना चाहिए.
Weiterlesen »

जम्‍मू-कश्‍मीर में 78 दिनों में 11 हमले, जानिए क्‍या है इसका पाकिस्‍तान कनेक्‍शनजम्‍मू-कश्‍मीर में 78 दिनों में 11 हमले, जानिए क्‍या है इसका पाकिस्‍तान कनेक्‍शनजम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ महीनों में आतंकी हमलों में इजाफा हुआ है. आतंकी छिपकर नए-नए टारगेट पर हमला कर रहे हैं. बीते 80 दिनों में एक दर्जन से ज्‍यादा आतंकी हमले हुए हैं. सेना इसे आतंकियों की हताशा बता रही है.
Weiterlesen »

क्‍या महाराष्‍ट्र में अकेले चुनाव लड़ेंगे अजीत पवार... NDTV को बताया, क्‍या है प्‍लानिंगक्‍या महाराष्‍ट्र में अकेले चुनाव लड़ेंगे अजीत पवार... NDTV को बताया, क्‍या है प्‍लानिंगइस साल के अंत में महाराष्‍ट्र में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं, लेकिन अभी तक सीट बंटवारे को लेकर कुछ तय नजर नहीं आ रहा है. ऐसा भी सुनने को आ रहा है क‍ि अजीत पवान की एनसीपी अलग चुनाव भी लड़ सकती है.
Weiterlesen »

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय का सरकारी चिकित्‍सा संस्‍थानों को निर्देश, स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों के लिए करें खास सुरक्षा प्रबंधस्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय का सरकारी चिकित्‍सा संस्‍थानों को निर्देश, स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों के लिए करें खास सुरक्षा प्रबंधस्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के उप सचिव ने सभी केंद्रीय सरकारी अस्पतालों, चिकित्सा संस्थानों और सभी एम्स प्रमुख को पत्र लिखकर व्यापक सुरक्षा इंतजाम करने का आदेश दिया है.
Weiterlesen »

बांग्‍लादेश में दंगाइयों ने मिटा दिये निशान, आखिर इस तस्‍वीर से क्‍यों घबराता है पाकिस्‍तानबांग्‍लादेश में दंगाइयों ने मिटा दिये निशान, आखिर इस तस्‍वीर से क्‍यों घबराता है पाकिस्‍तानBangladesh Violence: बांग्लादेश की मुक्ति के अवसर पर बनाई गई एक मूर्ति को 'भारत विरोधी उपद्रवियों' ने नष्ट कर दिया है, जिसमें 1971 के युद्ध के बाद पाकिस्तान के आत्मसमर्पण के क्षण को दर्शाया गया है.
Weiterlesen »

रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत की मध्‍यस्‍थता के सवाल पर क्‍या बोले पोलैंड के कार्यकारी राजदूत?रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत की मध्‍यस्‍थता के सवाल पर क्‍या बोले पोलैंड के कार्यकारी राजदूत?भारत में पोलैंड के कार्यकारी राजदूत सेबैस्टियन डोमज़ल्स्की ने कहा कि हम पीएम मोदी के ‘यह युद्ध का काल नहीं’ वाले बयान से सहमत हैं. हालांकि उन्‍होंने कहा कि कोई भी शांति समझौता एकतरफा नहीं हो सकता है.
Weiterlesen »



Render Time: 2025-02-25 00:54:09