Lok Sabha Election 2024: गृह मंत्री ने संदेशखाली मामले का भी जिक्र किया.
कोलकाता: Lok Sabha Election 2024: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी में नागरिकता संशोधन अधिनियम को छूने की हिम्मत नहीं है, उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी हिंदू शरणार्थियों को नए कानून के तहत नागरिकता मिलेगी. अमित शाह ने करनदिघी में चुनावी रैली के दौरान कहा तृणमूल के शासन में पश्चिम बंगाल में घुसपैठ बेरोकटोक जारी है. उन्होंने कहा बंगाल की मुख्यमंत्री सीमावर्ती राज्य में घुसपैठ नहीं रोक सकतीं.
शाह ने कथित अनियमितताओं के कारण सरकारी स्कूल कर्मचारियों की लगभग 25,000 नियुक्तियों को रद्द करने के कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश का भी जिक्र किया. साथ ही कहा ममता बनर्जी “मां, माटी और मानुष” के नारे पर सत्ता में आई थीं. संदेशखाली में मां पर अत्याचार किया गया, माटी को बांग्लादेशी घुसपैठियों को दे दिया गया और मानुष को भ्रष्टाचार की मार झेलनी पड़ रही है.'' उन्होंने कहा, ''भाजपा को वोट दें, ममता बनर्जी के गुंडों को उल्टा लटकाया जाएगा और सीधा किया जाएगा.
बता दें रायगंज सीट 2019 में भाजपा ने जीती थी. तृणमूल ने उत्तर बंगाल सीट से विधायक कृष्णा कल्याणी को मैदान में उतारा है. रायगंज में दूसरे चरण में शुक्रवार को मतदान होगा.
Amit Shah Bengal Rally Amit Shah Traget Mamata Banerjee Lok Sabha Elctions 2024 ममता बनर्जी बंगाल अमित शाह लोकसभा चुनाव
Deutschland Neuesten Nachrichten, Deutschland Schlagzeilen
Similar News:Sie können auch ähnliche Nachrichten wie diese lesen, die wir aus anderen Nachrichtenquellen gesammelt haben.
'न कांग्रेस सत्ता में आने वाली है और न ही CAA रद्द होने वाला है', चिदंबरम पर पलटवार कर बोले अमित शाहकेंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पी चिदंबर के सीएए रद्द वाली टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस को पता है कि वह मोदी जी के सामने विकास के मुद्दे पर चुनाव नहीं लड़ सकती, इसलिए तुष्टीकरण की राजनीति कर अपने वोट बैंक को इकट्ठा करने के लिए CAA वापस लेंगे जैसे बयान दे रही है. लेकिन न कांग्रेस सत्ता में आने वाली है और न ही CAA रद्द होने वाला है.
Weiterlesen »
लोकसभा चुनाव: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रचार-प्रसार में भाजपा आगे, कांग्रेस दूसरे और 'आप' तीसरे नंबर परआधुनिकीकरण के युग में सत्ता का सिकंदर बनने के लिए राजनीतिक पार्टियां और उम्मीदवार भौतिक रूप से होने वाले चुनाव प्रचार से ज्यादा अब डिजिटल प्रचार-प्रसार पर जोर दे रहे हैं।
Weiterlesen »