ब्लॉग: जाटलैंड में आसान नहीं रालोद-सपा का रास्ता, समझें पश्चिम यूपी में किसकी चल रही है हवा UPElections2022
लगभग दो दशक बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति में किसान आंदोलन की सफलता से उत्साहित राष्ट्रीय लोक दल अपनी शर्तों पर चुनावी समझौता कर रहा है। आरएलडी का समाजवादी पार्टी से चुनावी समझौता लगभग तय हो चुका है। क्या पश्चिम उत्तर प्रदेश की हवाएं कुछ बदल गई हैं, जो आरएलडी इस कदर उत्साहित है और उससे चुनावी समझौता करने वाली एसपी भी। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए जाटलैंड की जमीनी हकीकत क्या है? वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के समय पश्चिमी उत्तर प्रदेश का दौरा करते हुए यह साफ दिखा था कि बीजेपी को शिकस्त...
दलितों की संख्या की दृष्टि से उर्वरा इस भूमि में इस बार बीएसपी अकेले चुनाव मैदान में है और इसमें कोई दो राय नहीं कि दलितों का एक बड़ा वर्ग फिलहाल मायावती के साथ खड़ा दिखता है। 2019 में मायावती समर्थक मतदाताओं को लगता था कि इस बार उनकी नेता प्रधानमंत्री बन सकती हैं। इसलिए वे एकजुट होकर महागठबंधन के साथ थे। इसके बावजूद परिणाम विपरीत आए। ऐसे में इस बार जब दलित एसपी-आरएलडी गठजोड़ के साथ जाते नहीं दिख रहे हैं तो क्या यह गठजोड़ चमत्कार कर...
किसान आंदोलन का सबसे ज्यादा असर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही हुआ है। 2013 में मुजफ्फरनगर में हुए दंगों के बाद सामाजिक समीकरण बदल गए थे। लेकिन गैर-बीजेपी दलों को लगता है कि अब जाटों और मुसलमानों के बीच दूरी कम हुई है। जमीन पर यह दिखता भी है कि आपसी कटुता कम हुई है। किसान आंदोलन के नाम पर सभी एक साथ आए हैं। कुल मिलाकर, यह निश्चित है कि जाट मतदाताओं का एक बड़ा वर्ग बीजेपी सरकार से नाराज है और वह आरएलडी की तरफ देख रहा है। राष्ट्रीय लोक दल उसकी स्वभाविक पार्टी रही है। लेकिन गहराई से देखने पर यह बात...
लेकिन मजबूती के बावजूद इस गठजोड़ को बीजेपी और बीएसपी से कड़ी चुनौती मिल रही है। वर्ष 2019 में जो दलित मतदाता महागठबंधन के साथ खड़े थे, वे फिर अपनी नेता मायावती की पार्टी के साथ आ खड़े हुए हैं। दूसरी ओर किसान आंदोलन के तमाम दावों प्रति दावों के बावजूद बीजेपी के सवर्ण और अति पिछड़े मतदाताओं में कोई पार्टी बड़ी सेंध लग पाएगी इसमें संदेह है। यह वही मतदाता है जो बीजेपी के लिए संजीवनी का काम करता है। सवाल यह है कि क्या किसान आंदोलन के चलते अति पिछड़े मतदाता आरएलडी और एसपी के साथ जाएंगे?गठबंधन तभी...
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