फारूक अब्दुल्ला J&K का पुराना झंडा लगाकर पहुंचे संसद, लोगों ने पूछा- तिरंगा क्यों स्वीकार नहीं?

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फारूक अब्दुल्ला J&K का पुराना झंडा लगाकर पहुंचे संसद, लोगों ने पूछा- तिरंगा क्यों स्वीकार नहीं?
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पूरे जम्मू-कश्मीर में तिरंगा लहरा रहा है लेकिन फारूक अब्दुल्ला को तिरंगा स्वीकार नहीं- अशोक श्रीवास्तव

BJP प्रवक्ता ने मृत किसानों के आंकड़े नहीं होने का ठीकरा राज्यों पर फोड़ा, कहा- गलत जगह पटक रहे हैं सिर; योगेंद्र यादव ने पूछा- फिर किस काम की सरकार

फिल्मकार अशोक पंडित ने भी नेशनल कांफ्रेंस के नेता की इस कदम की ओलोचना की है। उन्होंने लिखा- फारूक अब्दुल्ला को संसद जाने के दौरान अपने वाहन पर तत्कालीन जेके राज्य ध्वज का उपयोग करने के लिए संसद से निलंबित कर दिया जाना चाहिए”। ट्विटर यूजर एम के जवाली ने लिखा- जो भारत में धन बटोरने के लिए रहता हो, जिसकी फंडिंग विदेश से होती है, जिस का परिवार विदेश मे रहता हो, जिस का दिल पाकिस्तान के लिए धड़कता हो, जिस का जीवन ही आतंकवादियों की पैरवी करने से चलता हो, वो भारत के झंडे को क्यों अपनायेगा”?। उस कढ़ाई किये हुए कतरन को झंडा कह कर आप उसे असंवैधानिक मान्यता या स्वीकार्यता प्रदान करने की कोशिश कर रहे हैं। उस चीथड़े को कोई गाड़ी पर लगाए या पोछे निचोड़े क्या फर्क पड़ता है”?J&K में धारा 370 लेकर किया आह्वान तो बोले BJP के...

इसी ट्वीट पर शक्ति श्रीवास्तव ने रिप्लाई करते हुए लिखा- “तो गद्दार क्यों नहीं घोषित करते? जेल में डालिये रासुका लगाइये अभी आम आदमी कोई पाकिस्तान का लहरा दे तो तुरंत जेल, नेता क्या सबसे ऊपर हैं”? दरअसल नेशनल कांफ्रेंस के नेता और सांसद फारूक अब्दुल्ला बुधवार को अपने वाहन पर जम्मू-कश्मीर का पुराना झंडा गाड़ी में लगाकर संसद पहुंचे थे। इस झंडे की मान्यता धारा 370 के खत्म होते ही खत्म हो गई थी।

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