बंगाल के तर्ज पर तांत्रिक विधि से होती है यहां मां दक्षिणेश्वर काली की पूजा अर्चना, दी जाती है बकरे की बलि

Maa Kali Mandir Nachrichten

बंगाल के तर्ज पर तांत्रिक विधि से होती है यहां मां दक्षिणेश्वर काली की पूजा अर्चना, दी जाती है बकरे की बलि
Kali Puja On DiwaliMaa Kali Mandir In Biharबिहार में दक्षिणेश्वर काली मंदिर
  • 📰 NBT Hindi News
  • ⏱ Reading Time:
  • 26 sec. here
  • 8 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 35%
  • Publisher: 51%

बिहार के लछुआड़ में कोलकाता के जैसा दक्षिणेश्वर काली मां का मंदिर है और यहां हर साल दीपावली की अर्द्धरात्रि मां काली की पूजा की जाती है और 56 भोग अर्पित किए जाते हैं। यहां के लोगों का कहना है कि यहां मां काली को प्रसन्‍न करने के लिए बकरे की बलि भी दी जाती हैं। इस मंदिर की और क्‍या खास बातें हैं, आइए जानते हैं इस बारे में विस्‍तार...

विभूति भूषण, जमुईजिले के सिकंदरा प्रखंड के लछुआड़ स्थित मां दक्षिणेश्वर काली की पूजा अर्चना विगत 200 वर्षों से भी अधिक समय से तांत्रिक विधि से होती चली आ रही है। प्रत्येक वर्ष दीपावली के अर्धरात्रि में प्रतिमा स्थापित करके तांत्रिक विधि से पूजा अर्चना की जाती है। इस जगह पर प्राचीन गिद्धौर राजवंश के तत्कालीन राजा महाराजा चंद्रचूड़ सिंह ने पूजा अर्चना प्रारंभ की थी। उसे समय मां काली को भैंसा की बलि दी जाती थी। वर्ष 1996 में गिद्धौर रियासत के अंतिम शासक महाराजा प्रताप सिंह ने इस मंदिर में पूजा...

पकाकर भोग स्वरूप अर्पित किया जाता है। इस स्थल पर स्थापित होने वाली मां काली के प्रतिमा का स्वरूप अन्य जगह की अपेक्षा काफी उग्र होता है। इस मंदिर में मां काली की प्रतिमा की स्थापना के लिए देवघर के पुरोहित द्वारा विगत चार पीढ़ी से पूजा अर्चना की जा रही है। मंदिर के समीप प्रतिमा स्थापना से लेकर तीन दिनों तक बहुत ही भव्य मेला लगता है। ऐसी मान्यता है कि यहां काली पूजा के अवसर पर दक्षिण बिहार का सबसे भव्य मेला लगता है। इस मंदिर के समीप आज भी प्राचीन गिद्धौर रियासत का किला मौजूद है, जो इसकी भव्यता की...

Wir haben diese Nachrichten zusammengefasst, damit Sie sie schnell lesen können. Wenn Sie sich für die Nachrichten interessieren, können Sie den vollständigen Text hier lesen. Weiterlesen:

NBT Hindi News /  🏆 20. in İN

Kali Puja On Diwali Maa Kali Mandir In Bihar बिहार में दक्षिणेश्वर काली मंदिर Dakshineswar Kali Temple Diwali 2024 Dhanteras Diwali

Deutschland Neuesten Nachrichten, Deutschland Schlagzeilen

Similar News:Sie können auch ähnliche Nachrichten wie diese lesen, die wir aus anderen Nachrichtenquellen gesammelt haben.

Kali Puja 2024: अक्टूबर महीने में कब है काली पूजा? नोट करें शुभ मुहूर्त एवं योगKali Puja 2024: अक्टूबर महीने में कब है काली पूजा? नोट करें शुभ मुहूर्त एवं योगहर वर्ष कार्तिक मास की अमावस्या तिथि पर दिवाली मनाई जाती है। इस शुभ अवसर पर धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही पूजा होने तक व्रत रखा जाता है। धार्मिक मत है कि मां लक्ष्मी एवं भगवान गणेश की पूजा करने से धन संबंधी परेशानी दूर होती है। इस दिन मां काली Kali Puja 2024 Date And Time की भी पूजा की जाती...
Weiterlesen »

नवरात्रि पर महागौरी की पूजा के लिए पहनें गुलाबी रंगनवरात्रि पर महागौरी की पूजा के लिए पहनें गुलाबी रंगशारदीय नवरात्रि की आठवें दिन की पूजा पर महागौरी की पूजा होती है। इनके पूजन के लिए गुलाबी रंग के कपड़े पहने जाते हैं। यहां देखें सेलेब्स के 9 गुलाबी ट्रेडिशनल आउटफिट।
Weiterlesen »

नवरात्रि दिन 3: वाराही अम्मा का पूजननवरात्रि दिन 3: वाराही अम्मा का पूजननवरात्रि के तीसरे दिन वाराही अम्मा की पूजा की जाती है। इस दिन कन्याकल्याणी रूप में भी अम्मा की पूजा होती है।
Weiterlesen »

Dhanteras 2024 : धनतेरस को क्या करते हैं, यहां जानें महत्व और शुभ मुहूर्तDhanteras 2024 : धनतेरस को क्या करते हैं, यहां जानें महत्व और शुभ मुहूर्तWhen is Dhanteras 2024 : आइए जानते हैं इस साल कब है धनतेरस, महत्व और पूजा मुहूर्त,ताकि आप धन के देवता कुबेर और धन्वंतरी की विधि-विधान से पूजा अर्चना कर सकें.
Weiterlesen »

क्यों वेश्यालय की मिट्टी के बिना अधूरी रहती है मां दुर्गा की प्रतिमा? श्रीराम से जुड़ा है इस परंपरा का इतिहासक्यों वेश्यालय की मिट्टी के बिना अधूरी रहती है मां दुर्गा की प्रतिमा? श्रीराम से जुड़ा है इस परंपरा का इतिहासबंगाल में Durga Pooja 2024 शुरू हो चुकी है। हर साल नवरात्र के छठे दिन से इस पर्व की शुरुआत होती है। इस दौरान मां दुर्गा की मूर्ति की स्थापित की जाती है और उनकी पूजा अर्चना की जाती है। बंगाल में परंपरा है कि मां दुर्गा की मूर्ति बनाने के लिए वेश्यालय की मिट्टी Brothel Soil Importance का इस्तेमाल किया जाता है। आइए जानते हैं क्या है यह...
Weiterlesen »

नवरात्रि के पहले दिन रामनगरी में उमड़ा आस्था का सैलाब, माता सीता के कुलदेवी की भक्त कर रहे पूजा .नवरात्रि के पहले दिन रामनगरी में उमड़ा आस्था का सैलाब, माता सीता के कुलदेवी की भक्त कर रहे पूजा .Ayodhya: नवरात्रि का पहला दिन आज है और आज माता नवदुर्गा के स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा आराधना का विधान है .नवरात्रि के पहले दिन कलश की स्थापना भी होती है
Weiterlesen »



Render Time: 2025-02-24 06:37:10