मुंबई मिल हड़ताल के बाद मज़दूरों के बच्चों का अंडरवर्ल्ड कनेक्शन
सूती कपड़ों के मिलों में ट्रेड यूनियनें भी थीं. धीरे-धीरे ट्रेड यूनियन पर असामाजिक तत्वों का कब्ज़ा होता गया. अगरिपाड़ा का एक बदमाश बाबू रेशिम का 1980 के दशक में इन यूनियनों पर नियंत्रण था.
उन्होंने कहा, "बाबू रेशिम नेशनल मिल वर्कर्स ऑर्गनाइजेशन में सक्रिय था. उसने मज़दूरों को धमकाया और हड़ताल को डिस्टर्ब किया. उसे बायकुला के रामा नाइक से भी मदद मिल रही थी." अपराध और गुंडागर्दी की दुनिया केवल मिल के इलाकों तक सीमित नहीं रही बल्कि हाजी मस्तान, यूसुफ़ पटेल और करीम लाला जैसे अंडरवर्ल्ड डॉन के कब्ज़े में समुद्री बंदरगाह भी आने लगे थे. डोंगरी के दाऊद इब्राहिम, हाजी मस्तान के राइट हैंड माने जाते थे.
Wir haben diese Nachrichten zusammengefasst, damit Sie sie schnell lesen können. Wenn Sie sich für die Nachrichten interessieren, können Sie den vollständigen Text hier lesen. Weiterlesen: