RussiaUkraineConflict | दुनियाभर में गेहूं की बढ़ती मांग और कीमतों का भारत पर क्या असर पड़ेगा? India के किसान इससे कैसे प्रभावित होंगे? भारत के लिए दरअसल ये समय अपने गेहूं को दुनिया तक पहुंचाने का है.
दुनियाभर में गेहूं की बढ़ती मांग और कीमतों का भारत पर क्या असर पड़ेगा? भारत के किसान इससे कैसे प्रभावित होंगे? भारत के लिए दरअसल ये समय है अपने गेहूं को दुनिया तक पहुंचाने का.चीन के बाद, भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गेहूं का प्रोड्यूसर है. रूस और यूक्रेन की सप्लाई दुनिया को नहीं मिलने पर भारत के पास अपना गेहूं दुनिया के पास भेजने का मौका है.की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में गेहूं का नया टॉप एक्सपोर्टर बनने के लिए भारत ने तैयारी भी कर ली है.
गेहूं के स्टॉक के बावजूद, लॉजिस्टिकल बाधाओं और क्वालिटी संबंधी चिंताओं ने पहले गेहूं के एक्सपोर्ट के सपने में रुकावट का काम किया है. हालांकि, भारत गेहूं एक्सपोर्ट करने के मामले में धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है. पिछले साल भारत ने 6.12 मिलियन टन गेहूं एक्सपोर्ट किया. ये उससे पिछले साल से कई गुना ज्यादा था. अब भारत के पास मौका है कि वो एक्सपोर्ट के आंकड़ों को और आगे ले जाए.
रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ने गेहूं की क्वालिटी चेक करने के लिए सरकार से अप्रूव हुई 213 लैब्स को काम पर रखा है और क्वालिटी मॉनिटर करने का काम राज्यों के क्वालिटी ब्यूरो को दिया है. अगर ऐसा होता है तो भारतीय किसानों के पास अपना गेहूं न सिर्फ दुनिया को परोसने का मौका होगा, बल्कि इससे वो सरकारी खर्च भी बचेगा, जो सरकार किसानों को सपोर्ट करने के लिए गेहूं खरीदने पर करती है.
Deutschland Neuesten Nachrichten, Deutschland Schlagzeilen
Similar News:Sie können auch ähnliche Nachrichten wie diese lesen, die wir aus anderen Nachrichtenquellen gesammelt haben.
भारत की मिसाइल से PAK में बवाल, एयरफोर्स के डिप्टी चीफ और 2 मार्शल किए बर्खास्तIndian Missile Fired On Pakistan: पाकिस्तान में भारत की तरफ से मिसाइल दागे जाने का मुद्दा ऐसे वक्त उठ रहा है जब इमरान खान की सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होने वाली है.
Weiterlesen »
यूक्रेन संकट के चलते क्या रूस, भारत और चीन के बीच त्रिपक्षीय साझेदारी संभव हैयूक्रेन पर हमले के बाद अमेरिका और उसके पश्चिमी सहयोगियों के दबाव के बीच एशिया के दो प्रतिद्वंद्वी देश- चीन और भारत अपने तमाम मतभेदों के बावजूद रूस को लेकर समान रवैया अख़्तियार किए हुए हैं.
Weiterlesen »
निज़ामुद्दीन मरकज़ को खोलने की अनुमति के लिए एसएचओ के पास जाए वक़्फ़ बोर्ड: हाईकोर्टमार्च 2020 में दिल्ली स्थित निज़ामुद्दीन मरकज़ में तबलीगी जमात के कार्यक्रम के आयोजन के बाद से उसे बंद कर दिया गया है. दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड शब-ए-बारात और रमज़ान के दौरान इबादत के लिए मरकज़ के तीन अन्य तल खोलने की अनुमति मांगी है.
Weiterlesen »
'कीव के सामने मुश्किल और खतरनाक पल', 35 घंटे के कर्फ्यू की घोषणाUkraine की राजधानी Kyiv के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने मंगलवार को लोगों के लिए 35 घंटे के कर्फ्यू की घोषणा करते हुए चेतावनी दी कि 'आज एक मुश्किल और खतरनाक पल है'।
Weiterlesen »