सहरसा. कोसी और सीमांचल का इलाका मक्के की खेती के लिए ही जाना जाता है. इस इलाके में बड़े पैमाने पर मक्के का पैदावार होता है. इससे इस इलाके के किसान मुनाफा भी अर्जित करते हैं. खरीफ मौसम में धान से अधिक मक्के की खेती में किसान अधिक मुनाफा कमा सकते हैं. हालांकि खरीफ मौसम में मक्के की खेती करने के लिए किसानों को कई बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है.
जिला कृषि पदाधिकारी ज्ञानचन्द्र शर्मा ने बताया कि मक्का की खेती के लिए उत्तम जल निकास वाली बलुई दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है. जलजमाव वाले खेतों में खरीफ मौसम में मक्का की खेती नहीं हो सकती है. ऊंचे स्थानों के खेतों में ही किसान मक्के की खेती से बेहतर पैदावार हासिल कर सकते हैं. डीएओ ज्ञानचन्द्र शर्मा ने बताया कि किसान किस तरह कम लागत में मक्के की खेती से अधिक पैदावार प्राप्त कर सकते हैं, इसके लिए समय-समय पर कृषि वैज्ञानिक किसानों के लिए एडवाइजरी भी जारी करते हैं.
अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में मेड़ बनाकर उनके ऊपर मक्का की बुआई करनी चाहिए तथा कम वर्षा वाले क्षेत्रों में कुंड में बुआई करनी चाहिए. खरीफ मौसम में मक्का का खेत तैयार करने के लिए हैरो से गहरी जुताई और कल्टीवेटर से 2-3 जुताई पर्याप्त होती है. डीएओ ज्ञानचन्द्र शर्मा ने बताया जुताई के बाद खेतों को एक बराबर कर देना चाहिए. इससे नमी बरकरार रखने में मदद मिलती है.
धान के बजाए मोटे अनाज की करें खेती कम लागत में अधिक कमाई Cultivation Of Coarse Grains Cultivate Coarse Grains Instead Of Paddy Earn More At Low Cost
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