प्रबीर पुरकायस्थ की गिरफ़्तारी को अवैध ठहराने से क्या कुछ बदलेगा?

Deutschland Nachrichten Nachrichten

प्रबीर पुरकायस्थ की गिरफ़्तारी को अवैध ठहराने से क्या कुछ बदलेगा?
Deutschland Neuesten Nachrichten,Deutschland Schlagzeilen
  • 📰 BBC News Hindi
  • ⏱ Reading Time:
  • 63 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 29%
  • Publisher: 51%

जानकारों का मानना है कि कोर्ट का फ़ैसला एक मुद्दे को संबोधित करता है और दूसरे फ़ैसलों के लिए ये आधार बन सकता है.

भारत की सर्वोच्च अदालत के आदेश के बाद बुधवार को न्यूज़क्लिक वेबसाइट के एडिटर-इन-चीफ़ प्रबीर पुरकायस्थ जेल से रिहा हो गए.

इसके बाद, प्रबीर पुरकायस्थ और न्यूज़क्लिक के कई कर्मचारियों के ख़िलाफ़ भारतीय दंड संहिता और यूएपीए की विभिन्न धाराओं के तहत ग़ैरक़ानूनी गतिविधियों, आतंकवाद और आपराधिक साजिश सहित अन्य आरोपों के तहत एफ़आईआर दर्ज की गई थी. अदालत ने कहा कि जिस व्यक्ति को यूएपीए या किसी अन्य अपराध के तहत अपराध करने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है, उसे गिरफ़्तारी के आधार के बारे में लिखित रूप में सूचित किया जाना चाहिए, ये उसका मौलिक अधिकार है और यह अभियुक्त को 'जल्द से जल्द' मिलना चाहिए.

ये अनुच्छेद आत्म-अभियोजन के ख़िलाफ़ अधिकार, स्वतंत्रता और गिरफ़्तारी एवं हिरासत से बचाव से संबंधित हैं.क़ानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक महत्वपूर्ण फ़ैसला है.ने कहा, "यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण फ़ैसला है. यह एक सामान्य चलन है जहां लोगों को गिरफ़्तारी का आधार लिखित में दिए बिना गिरफ़्तार किया जाता है."

ऐसा इसलिए भी है क्योंकि अन्य शर्तें, जैसे ज़मानत की शर्तें समान रहती हैं. यूएपीए के तहत, किसी व्यक्ति को ज़मानत पर तभी रिहा किया जा सकता है जब अदालत को लगे कि किसी व्यक्ति के ख़िलाफ़ सबूत प्रथम दृष्टया नहीं हैं. उदाहरण के लिए 2023 में, सुप्रीम कोर्ट ने माना कि मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में, जहां ज़मानत की शर्तें यूएपीए के समान हैं, एजेंसियों के पास गिरफ़्तार करने का ठोस कारण होना चाहिए क्योंकि ऐसे मामलों में ज़मानत मिलना मुश्किल होता है.

Wir haben diese Nachrichten zusammengefasst, damit Sie sie schnell lesen können. Wenn Sie sich für die Nachrichten interessieren, können Sie den vollständigen Text hier lesen. Weiterlesen:

BBC News Hindi /  🏆 18. in İN

Deutschland Neuesten Nachrichten, Deutschland Schlagzeilen

Similar News:Sie können auch ähnliche Nachrichten wie diese lesen, die wir aus anderen Nachrichtenquellen gesammelt haben.

'गिरफ्तारी अवैध थी': SC ने न्यूजक्लिक केस में प्रबीर पुरकायस्थ की रिहाई का दिया आदेश'गिरफ्तारी अवैध थी': SC ने न्यूजक्लिक केस में प्रबीर पुरकायस्थ की रिहाई का दिया आदेशNewsClick के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ की गिरफ्तारी और उसके बाद रिमांड को 'अवैध' करार दिया और उनकी रिहाई के आदेश जारी कर दिया.
Weiterlesen »

न्यूजक्लिक के संपादक को बड़ी राहत, रिहाई का आदेश देकर बोला सुप्रीम कोर्ट- अवैध तरीके से की गई गिरफ्तारीसुप्रीम कोर्ट ने कहा कि न्यूजक्लिक के फाउंडर प्रबीर पुरकायस्थ की गिरफ्तारी और रिमांड अमान्य है क्योंकि रिमांड से पहले उन्हें या वकील को गिरफ्तारी के आधार नहीं बताए गए थे।
Weiterlesen »

'गिरफ्तारी का नहीं बताया आधार', प्रबीर पुरकायस्थ के अरेस्ट को SC ने क्यों बताया अवैध?'गिरफ्तारी का नहीं बताया आधार', प्रबीर पुरकायस्थ के अरेस्ट को SC ने क्यों बताया अवैध?Newsclick Prabir Purkayastha: न्यूजक्लिक के फाउंडिंग एडिटर प्रबीर पुरकायस्थ की गिरफ्तारी को SC ने अमान्य बूताया. दिल्ली पुलिस पुरकायस्थ को हिरासत में लेने से पहले गिरफ्तारी का कारण नहीं बता पाई.
Weiterlesen »

सुप्रीम कोर्ट ने न्यूज़क्लिक के संपादक प्रबीर पुरकायस्थ की गिरफ़्तारी अवैध बताई, रिहाई का आदेशसुप्रीम कोर्ट ने न्यूज़क्लिक के संपादक प्रबीर पुरकायस्थ की गिरफ़्तारी अवैध बताई, रिहाई का आदेशHindi News (हिंदी न्यूज़): Latest News in Hindi हिन्दी समाचार लेटेस्ट न्यूज़ इन हिंदी, The Wire Hindi
Weiterlesen »

न्यूजक्लिक के फाउंडर प्रबीर पुरकायस्थ जेल से रिहा होंगे: सुप्रीम कोर्ट ने गिरफ्तारी को अवैध बताया; चीन से फ...न्यूजक्लिक के फाउंडर प्रबीर पुरकायस्थ जेल से रिहा होंगे: सुप्रीम कोर्ट ने गिरफ्तारी को अवैध बताया; चीन से फ...NewsClick China Funding Controversy - Prabir Purkayastha Supreme Court Update; फॉरेन फंडिंग केस में न्यूजक्लिक के फाउंडर और एडिटर इन चीफ प्रबीर पुरकायस्थ को सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को रिहा कर दिया
Weiterlesen »

सुप्रीम कोर्ट ने न्यूजक्लिक के संस्थापक की गिरफ्तारी को बताया अवैध, तिहाड़ से बाहर आए प्रबीर पुरकायस्थसुप्रीम कोर्ट ने न्यूजक्लिक के संस्थापक की गिरफ्तारी को बताया अवैध, तिहाड़ से बाहर आए प्रबीर पुरकायस्थसुप्रीम कोर्ट ने ‘न्यूजक्लिक’ के संस्थापक और प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ को रिहा करने का आदेश दे दिया। जिसके कुछ घंटों बाद बुधवार को तिहाड़ जेल से रिहा कर दिया गया।पुरकायस्थ पिछले साल दो नवंबर से जेल में बंद थे। पुरकायस्थ रात नौ बजे रोहिणी कारागार की जेल नंबर 10 से बाहर...
Weiterlesen »



Render Time: 2025-02-25 06:50:00